सामाजिक//Madhya Pradesh/Bhopal :
श्रद्धा मर्डर केस के पहले और बाद असंख्य लव जिहाद के मामले सामने आते रहे हैं, पर इस केस में आफ़ताब के पॉलीग्राफ टेस्ट के बाद जो सामने आया, वो सबकी आंखें खोलने के लिए काफी है। आफ़ताब पूणवाल का कबूलनामा और अपने किये पर कोई पछतावा न होना और एक साथ कई लड़कियों से उसके सम्बन्ध होना उसकी घृणित सोच को दर्शाता है। और, भविष्य में भी न जाने कितने आफ़ताब सफ़ेद लिबास में न जाने कितनी श्रद्धाओं को काटने की योजना बना रहे होंगे।
ऐसे मामलों को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने एक पहल की है। उन्होंने इस मसले पर उन्होंने कहा " मैरिज ब्यूरो और शादी कराने वाली संस्थाओं को शादी से पहले लड़का-लड़की के दस्तावेज लेकर उनका पुलिस वेरिफिकेशन करवाना होगा। हम प्रदेश में लव जिहाद को रोकने के लिए गंभीरता से विचार कर रहे हैं। "
गृहमंत्री मिश्रा ने अपने प्लान को बताते हुए कहा कि मैरिज ब्यूरो और शादी कराने वाली संस्थाओं को तो यह एक महीने पहले ही पता चल जाता है कि किससे किसकी शादी हो रही है। उन्हें लड़का लड़की का पुलिस वेरिफिकेशन करवाने के लिए पुलिस से बात करनी चाहिए। यह इस तरह की होने वाली घटनाओं को रोकने में कारगर होगा।
भोपाल लव जिहाद मामले के बाद लिया संज्ञान
भोपाल से एक ताजा मामला सामने आया है जिसमे मुस्लिम ने खुद को पंडित बता हिन्दू लड़की को फंसाया। एक मुस्लिम आरोपी ने खुद को हिन्दू और ब्राह्मण परिवार का बता कर हिन्दू लड़की को अपने जाल में फंसाया और उसके साथ गलत काम किए। यह मामला पुलिस तक पहुंचा और एक्शन शुरू हो गया। इस मामले में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि भोपाल लव जिहाद मामले में कार्रवाई हो रही है।
सिर्फ तीन राज्यों में है ज़बरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ सजा का प्रावधान
एमपी में पिछले साल लागू हुआ धर्म स्वातंत्र्य बिल एमपी के कैबिनट ने पिछले साल ही धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम-2020 को मंजूरी दी थी। इस नियम के मुताबिक जबरन धर्म परिवर्तन करवाने वाले आरोपियों को 10 साल की कैद और 50 हज़ार रुपए जुर्माना का प्रावधान किया गया है। इस अधिनियम में शादी की आड़ में धोखा देकर धर्म परिवर्तन करने पर सख्त सज़ा का प्रावधान है। बता दें कि हिमाचल, यूपी के बाद इस अधिनियम को लागू करने वाला मध्य प्रदेश तीसरा राज्य है।
ज़न्नत के लालच में हिन्दू लड़कियों को फंसाते हैं ये मुस्लिम गिरोह
कहा जाता है कि लव जिहाद के पीछे कट्टरपंथियों का बहुत बड़ा षड्यंत्र है। मरने के बाद जन्नत नसीब होने का लालच देकर मुस्लिम युवाओं को हिन्दू लड़कियों से शादी करने का फरमान जारी किया जाता है। कई बार तो देखा गया है कि मुस्लिम युवक अपना हिन्दू नाम बताकर हिन्दू लड़की को प्यार के झांसे में लेते हैं और उनके साथ गलत संबंध बनाते हैं।
श्रद्धा के हत्यारे आफताब ने भी कहा है की उसे चाहे फांसी ही क्यों न मिल जाये , मरने के बाद तो जन्नत ही मिलेगी।' ऐसी सोच के साथ ये युवा समाज में छुप कर जो घृणित काम करते हैं ,उनके खिलाफ नरोत्तम मिश्रा की ये पहल अन्य राज्यों को भी नियम बनाने के लिए प्रेरित करेगी।
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