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धरती की तरफ आ रहे एवरेस्ट से तीन गुना बड़े सींग वाले धूमकेतु में विस्फोट पर विस्फोट

साइंस

धरती की तरफ आ रहे एवरेस्ट से तीन गुना बड़े सींग वाले धूमकेतु में विस्फोट पर विस्फोट

साइंस///Washington :

ये धूमकेतु जून 2024 में पृथ्वी की कक्षा में अपने निकटतम बिंदु पर पहुंच जाएगा। हालांकि यह धरती के लिए कोई खतरा नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सुरक्षित दूरी से गुजरेगा। इसके बाद सींगों वाला शैतान धूमकेतु साल 2095 तक वापस नहीं आएगा। भले ही इसके धरती से सुरक्षित दूरी से गुजरने का दावा विशेषज्ञ कर रहे हैं लेकिन जिस तरह से दो हफ्ते के अंदर इसमें दूसरा विस्फोट हुआ है, उस पर जरूर विशेषज्ञों की निगाहें जीम हुई हैं।

धरती की ओर बढ़ रहे सींगों वाले शैतान धूमकेतु में चौथी बार विस्फोट हुआ है। माउंट एवरेस्ट से तीन गुना बड़ा क्रायोवोल्केनिक धूमकेतु लगातार विस्फोट का अनुभव कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह अब तक का सबसे बड़ा विस्फोट हो सकता है। इसके कारण धूमकेतु अचानक 100 गुना से अधिक चमकीला हो गया और पृथ्वी से लगभग 600 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर स्थित अण्डाकार आकाशगंगा जितना चमकीला हो गया। इस शैतान धूमकेतु में पिछला विस्फोट दो सप्ताह पहले ही हुआ था।

इलियट हरमन इस धूमकेतु पर नजर रख रहे हैं। उनका कहना है कि धूमकेतु 12पी बार-बार विस्फोट का अनुभव कर रहा है। पिछले विस्फोट से केवल दो सप्ताह बाद एक नया विस्फोट हुआ है। जुलाई में इसमें पहल विस्फोट हुआ था। इसके बाद करीब 4 महीने के अंदर यह चैथा विस्फोट है। पहला विस्फोट 20 जुलाई, इसके बाद 5 अक्टूबर और फिर 1 नवंबर को हुआ था। 
सींगों जैसा दिखता है ये धूमकेतु
वैज्ञानिकों ने बताया है कि माउंट एवरेस्ट से तीन गुना बड़े आकार का एक धूमकेतु विस्फोट के बाद फटा और धरती की ओर बढ़ रहा है। जून में ये धरती के पास से गुजरेगा लेकिन इसके धरती से टकराने का कोई अंदेशा नहीं है। धूमकेतु के टुकड़े भी पृथ्वी से नहीं टकराएंगे। ये धूमकेतु दूरबीन से देखने पर सींगों के एक विशाल सेट जैसा दिखता है। ऐसे में इसे सींग वाला धूमकेतु कहा जा रहा है। कुछ वैज्ञानिकों ने इसकी तुलना स्टार वार्स में मिलेनियम फाल्कन अंतरिक्ष यान से भी की है।
वैज्ञानिकों ने दिया यह नाम
वैज्ञानिकों ने इसे धूमकेतु को 12पी/पोंस-ब्रुक्स नाम दिया गया है और क्रायोवोल्केनिक धूमकेतु के रूप में क्लासीफाइड किया है। इसे ठंडे ज्वालामुखी धूमकेतु के तौर पर भी जाना जाता है। इसका साइज डायमीटर 30 किलोमीटर है। ज्वालामुखी के विस्फोट के कारण धूमकेतु ने गैस और बर्फ का एक बड़ा बादल छोड़ा। विस्फोट के बाद धूमकेतु का आकार बदल गया। विस्फोट से 22 अरब पाउंड धूल और बर्फ निकला, जिससे सींग जैसा दिखाई देने लगा। इसका आकार माउंट एवरेस्ट से करीब 3 गुना है।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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