माफिया मुख्तार अंसारी के शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जाएगी आईपीएल 2024ः राजस्थान रॉयल्स ने डेल्ही कैपिटल्स को 12 रनों से हराया बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत कंगना रनौत पर आपत्तिजनक पोस्ट करना भारी पड़ा ...सुप्रिया श्रीनेत का टिकट कटा ED ने कोर्ट से अरविंद केजरीवाल की मांग 7 दिन की रिमांड कोर्ट में बोले सीएम केजरीवाल, ED का मकसद था गिरफ्तार करना आज है विक्रम संवत् 2080 के फाल्गुन मास ( फागुन) के कृष्णपक्ष की चतुर्थी तिथि रात 08:20 तक बजे तक यानी शुक्रवार 29 मार्च 2024
Republic Day 2023 : गणतंत्र दिवस से पूर्व दिल्ली में कई दीवारों पर लिखे मिले खालिस्तान के समर्थन में राष्ट्रविरोधी नारे, जानिये पुलिस ने क्या एक्शन लिया..

Republic Day 2023

क्राइम

Republic Day 2023 : गणतंत्र दिवस से पूर्व दिल्ली में कई दीवारों पर लिखे मिले खालिस्तान के समर्थन में राष्ट्रविरोधी नारे, जानिये पुलिस ने क्या एक्शन लिया..

क्राइम //Delhi/New Delhi :

Republic Day 2023 : गणतंत्र दिवस में अब मात्र छह दिन शेष रह गये हैं और पश्चिमी दिल्ली के जनकपुरी, विकास पुरी, पश्चिम विहार सहित कई इलाकों में दीवारों पर 'राष्ट्र विरोधी' और 'खालिस्तान के समर्थन वाले नारे लिखे मिले हैं। इस घटना की जानकारी मिलने के तुरंत बाद ही पुलिस ने इन नारों को मिटवाया। अलग-अलग इलाकों में दीवारों पर ये नारे पेंट से लिखे गये थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि दीवार पर 'खालिस्तान ज़िंदाबाद' और ' रेफरेंडम 2020' जैसे नारे लिखे गये थे।

दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा ने बताया कि कुछ लोगों ने दिल्ली में कुछ स्थानों पर राष्ट्र-विरोधी, खालिस्तान-संबंधी नारे लिखे मिले थे। यद्यपि यह सुरक्षा-संबंधी मुद्दा नहीं है लेकिन इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि 19 जनवरी की सुबह विकास पुरी, जनकपुरी, पश्चिम विहार, पीरागढ़ी और पश्चिमी दिल्ली के अन्य हिस्सों में आपत्तिजनक नारे दीवारों पर लिखे गये। सूचना के आधार पर दिल्ली पुलिस ने पहले उन नारों को मिटवाया। इसके बाद स्पेशल सेल ने संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया। इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है और कोर्ट ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता ने बताया कि गणतंत्र दिवस से पूर्व किसी तरह की गलत गतिविधि ना होने पाये, इस पर पुलिस ध्यान दे रही है। उनका कहना है कि ऐसी गतिविधि से इससे हमारी सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित नहीं होती है। लेकिन, एसएफजे (सिख्स फॉर जस्टिस) एक प्रतिबंधित संगठन है इसलिए यह खबरों में रहना चाहता है। इसीलिए उसकी ओर से ऐसी गतिविधियों को संचालित किया जाता है। उल्लेखनीय है कि एसएफजे का संचालन अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन में रहने वाले कुछ कट्टरपंथी सिख करते हैं। इस संगठन को भारत सरकार ने 2019 में गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया था।

 

 

You can share this post!

author

News Thikana

By News Thikhana

News Thikana is the best Hindi News Channel of India. It covers National & International news related to politics, sports, technology bollywood & entertainment.

Comments

Leave Comments