लेख//Rajasthan/Jaipur :
अगर आप ट्रेडिंग और निवेश के लिए ट्रेडिंग ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए है। अगर आप निवेश ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो खतरे सिर्फ़ आपके द्वारा चुने गए निवेश के प्रदर्शन तक ही सीमित हैं। किसी भी तरह के निवेश में कुछ जोखिम भी होता है, जैसे शेयर बाज़ार में निवेश करना..
हाल ही में एक मामले में दिल्ली का एक अधिकारी फेसबुक के ज़रिए एक ग्रुप से जुड़ा था। उस ग्रुप का नाम था 'स्टॉक विनर्स अलायंस वीआईपी ग्रुप'। इस ग्रुप की ओर से अधिकारी को एक मोबाइल एप्लीकेशन दी गई। उस ऐप का नाम था, वीआईपी एक्सक्लूसिव ऐप। ग्रुप की ओर से उन्हें अपने फोन में यह ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया। उन्हें बताया गया कि इस ऐप की मदद से ब्लॉक ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोला जाता है। साथ ही यह भी बताया गया कि इस अकाउंट के ज़रिए स्टॉक डिस्काउंट रेट पर मिलता है। इसमें डीमैट अकाउंट से ज़्यादा मुनाफ़ा होता है। यह मुनाफा, अधिकारी के लिए लालच की वजह बन गया।
इस अधिकारी ने 7 अप्रैल से ट्रेडिंग में पैसा लगाना शुरू किया। इसके बाद 11 अप्रैल को उसने ग्रुप द्वारा उपलब्ध कराए गए ऐप से दो हजार रुपए निकाले और वह इसमें सफल रहा। अब उसे यकीन हो गया कि ऐप सही है और इसमें कोई धोखाधड़ी नहीं है। इसके बाद एसबीआई नेट बैंकिंग और फोन पे के जरिए कुल सात ट्रांजेक्शन किए। इन ट्रांजेक्शन के जरिए उसने 15 लाख 90 हजार रुपए की रकम 'एक्सक्लूसिव ऐप' में निवेश की। वह रकम मुनाफे के साथ 55 लाख रुपए दिखा रही थी। इससे उसका इस ऐप पर भरोसा बढ़ गया।
अगले कई दिनों तक ऐप से कोई रकम नहीं निकाली गई। इसके पश्चात 2 मई को जब इस अधिकारी ने एक्सक्लूसिव ऐप से 30 लाख रुपए निकालने की कोशिश की, अधिकारी तब हैरान रह गया जब ऐप ने उसके 30 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन को रोक दिया। काफी कोशिशों के बाद भी निकासी संभव नहीं हुई और तब उसे एहसास हुआ कि उसके साथ साइबर ठगी हुई है। उन्होंने 2 मई को साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराई।
साइबर धोखाधड़ी की रिपोर्ट कहां करें?
1. तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन जाएं।
2. साइबर अपराध की शिकायतों को ऑनलाइन रिपोर्ट करने के लिए, राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर जाएं। इस पोर्टल को Cyber Crime Portalपर एक्सेस किया जा सकता है। इस पोर्टल में दो सेक्शन हैं। एक सेक्शन महिलाओं और बच्चों से संबंधित अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए है (जहां गुमनाम रूप से भी रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है)। दूसरा सेक्शन अन्य प्रकार के साइबर अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए है। आप हेल्पलाइन नंबर 1930 पर डायल करके ऑफ़लाइन भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
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