क्राइम //Uttar Pradesh /Ayodhya :
तिरासी बरस की उम्र नाती-पोतों की उंगली थाम कर चलने की होती है, बारिश में उफनती नदी में जान देने के लिए छलांग लगाने की नहीं। लेकिन, जिंदगी की स्क्रिप्ट में हमेशा सब सुखद नहीं होता। शुक्रवार, 23 सितंबर को धर्मनगरी अयोध्या में पुलिस ने सरयू में डूब रहे एक बुजुर्ग को पुलिस ने सरयू से कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। वंशराम चौधरी (83) नाम के बुजुर्ग का पैर नदी में फिसला नहीं था, वह सरयू के पुल से छलांग लगाकर नदी में कूदे थे ताकि अपनी जान दे सकें।
स्थानीय नाविकों ने उन्हें सकुशल सरयू नदी से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। सर्दी से कांपते बुजुर्ग को चौकी ले जाया गया। पता चला कि वंशराम चौधरी लौकिहवा बस्ती थाना रुदौली गांव के रहने वाले हैं। उनकी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं है। बुजुर्ग ने कहा कि उनके तीन बेटे हैं लेकिन तीनों के पास उन्हें रखने के लिए जगह नहीं थी। वे दो साल से परेशान हैं, इसी वजह से इससे पहले भी उन्होंने मरने का प्रयास किया था।
सारी संपत्ति बच्चों के नाम कर दी
वंशराम ने बताया कि उन्होंने अपना घर, अपनी सारी खेती-बाड़ी बच्चों के नाम कर दी लेकिन अब उनके लिए ही घर में कुछ नहीं बचा है। सभी बेटे अपने काम में लगे हैं। दूसरे के घर में उन्हें कोई कब तक रखता इसलिए निराश होकर उन्होंने सरयू में छलांग लगाई। उनकी सारी बात सुनने के बाद क्षेत्राधिकारी ने उन्हें समझाया-बुझाया और परिवार को भी सूचित किया।
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