//Delhi/New Delhi :
भारत में मोबाइल फोन के लिए लोगों का 5जी सेवाओं का इंतजार जल्दी ही समाप्त होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 अक्टूबर को 5जी सेवाओं की शुरुआत की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। संभावना है कि वे 1 अक्टूबर से शुरू होने जा रही इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) में वे 6जी सेवाओं पर बात करेंगे लेकिन इससे पहले वे 5जी सेवाओं की शुरुआत की घोषणा कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 5जी सेवाओं के संबंध में रिलायंस जियो और एयरटेल जैसी टेलिकॉम कंपनियों ने पहले ही घोषणा कर दी है कि दिवाली तक 5जी सर्विस शुरू कर दी जाएंगी। रिलायंस जियो ने पहले ही घोषणा कर दी है कि सबसे पहले कंपनी दिल्ली, कोलकाता, चेन्नई और मुंबई में 5जी की शुरुआत करेगी।ऐसा ही एयरटेल भी करेगी। उम्मीद है कि वर्ष 2023 के अंत तक 5जी सेवाएं पूरे भारत में पहुंच जाएंगी
कहीं ऐसा ना हो आप 5जी मोबाइल हैंडसेट खरीदें और जल्दी ही वो कबाड़ हो जाए
मोदी सरकार एक नया नियम लेकर आ रही है। ऐसे में 1 जनवरी 2025 से हर स्मार्टफोन में स्वदेशी नेविगेशन एप्लीकेशन नाविक इनबिल्ड करना अनिवार्य होगा। यानी इस तारीख के बाद से नाविक ऐप वाले स्मार्टफोन की बिक्री नहीं होगी। इस तरह अक्टूबर 2022 से शुरू होने वाली 5जी सेवाओं का इस्तेमाल करने के लिए खरीदे जाने वाले मोबाइल हैंडसेट नाविक ना होने की स्थिति में कबाड़ हो जाएंगे।
सरकार के इस नये फैसले ने शाओमी, एपल, सैमसंग जैसी दिग्गज टेक कंपनियों की नींद उड़ा दी है। दरअसल भारत सरकार नहीं चाहती कि भारत में बिकने वाली किसी भी स्मार्टफोन में अमेरिकी नेविगेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाए। हालांकि स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियों का कहना है कि नये नियम के हिसाब से स्मार्टफोन बनाने के लिए हार्डवेयर में बदलाव करना होगा। इस मामले में रिसर्च की जरूरत पड़ेगी। साथ ही टेस्टिंग का क्लीयरेंस लेना पडे़गा।
पीएम मोदी के निर्देश पर देश में रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम के इस्तेमाल पर जोर दिया जा रहा है। ऐसा इसलिए है क्यों कि चीन, जापान, यूरोपियन यूनियन और रूस अपने ग्लोबल और रीजनल नेविगेशन सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। बता दें कि मौजूदा वक्त में अमेरिका के नेविगेशन सिस्टम ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम का दुनियाभर में इस्तेमाल हो रहा है।
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