आज है विक्रम संवत् 2080 के फाल्गुन मास ( फागुन) के कृष्णपक्ष की तृतीया तिथि सायं 06:56 बजे तक यानी गुरुवार 28 मार्च 2024
भारतीय मूल के डॉ. हरि बालाकृष्णन को मिला कंप्यूटर साइंस का सबसे बड़ा अवार्ड, मार्कोनी प्राइज से हुए सम्मानित

सामाजिक

भारतीय मूल के डॉ. हरि बालाकृष्णन को मिला कंप्यूटर साइंस का सबसे बड़ा अवार्ड, मार्कोनी प्राइज से हुए सम्मानित

सामाजिक///Washington :

भारतीय मूल के अमेरिकी प्रोफेसर हरि बालाकृष्णन को वायर्ड और वायरलेस नेटवर्किंग, मोबाइल सेंसिंग और वितरित सिस्टम में मौलिक खोजों के लिए 2023 मार्कोनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बालकृष्णन एमआईटी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस विभाग (ईईसीएस) में फुजित्सु प्रोफेसर हैं और एमआईटी कंप्यूटर साइंस एंड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लेबोरेटरी (सीएसईएल) में एक प्रमुख अन्वेषक हैं।

हरि बालकृष्णन के बारे में
हरि बालकृष्णन मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस विभाग में कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फुजित्सु प्रोफेसर हैं। वह कैम्ब्रिज मोबाइल टेलीमैटिक्स (CMT) के संस्थापक, मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी और अध्यक्ष भी हैं। बालाकृष्णन ने आईआईटी मद्रास से बीटेक की डिग्री और बर्कले में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने ACM SIGCOMM अवार्ड, IEEE कोजी कोबायाशी अवार्ड, इंफोसिस पुरस्कार जीती है और नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग और अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में शामिल रहे हैं।

कई क्षेत्रो में योगदान अद्वितीय 
मार्कोनी सोसाइटी के अध्यक्ष और 1998 मार्कोनी फेलो, विंट सेर्फ ने एमआईटी के एक बयान में कहा, हरि के अद्वितीय योगदान ने कई क्षेत्रों में अनुसंधान और खोज को आकार दिया है, जीवन बचाया है और उपयोगकर्ताओं को नेटवर्क-आधारित सेवाओं के साथ बेहतर अनुभव प्राप्त करने में सक्षम बनाया है।सेर्फ ने कहा, वैज्ञानिक उत्कृष्टता पर उनका ध्यान, जो बड़े पैमाने पर सकारात्मक प्रभाव पैदा करता है, उनके मानवीय योगदान के साथ, उन्हें मार्कोनी पुरस्कार के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है।

उपलब्धियां
बालकृष्णन के शोध ने नेटवर्किंग , मोबाइल कंप्यूटिंग और वितरित सिस्टम पर विशेष जोर देने के साथ कंप्यूटर सिस्टम की विश्वसनीयता, प्रदर्शन और दक्षता में सुधार पर फोकस किया है।उन्हें यह पुरस्कार वायर्ड और वायरलेस नेटवर्किंग, मोबाइल सेंसिंग और वितरित सिस्टम में उनकी मौलिक खोजों के समाज पर व्यापक प्रभाव की पहचान के लिए दिया गया है। वर्तमान में, उनका शोध एज और क्लाउड सेवाओं से जुड़े सेंसर से लैस मोबाइल उपकरणों के लिए नेटवकिर्ंग, सेंसिंग और धारणा पर केंद्रित है और अधिक रेसिलियंट नेटवर्क वाले सिस्टम के लिए टेक्चर डिजाइन करने पर केंद्रित है।
1999 और 2004 के बीच, बालकृष्णन ने अल्ट्रासोनिक और रेडियो संकेतों का उपयोग कर दूरी के आकलन के लिए एक अलग ²ष्टिकोण का उपयोग करते हुए, एक इनडोर स्थान प्रणाली, क्रिकेट के विकास का नेतृत्व किया। बालकृष्णन ने 1998 में बर्कले के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान विभाग में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से पीएचडी प्राप्त की, जिसने उन्हें 2021 में एक विशिष्ट पूर्व छात्र का नाम दिया।उन्होंने मद्रास में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से 1993 में बी.टेक भी किया था।वह 2015 में नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग और 2017 में अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज के लिए चुने गए थे।

मार्कोनी पुरस्कार के बारे में 
मार्कोनी पुरस्कार, जिसे व्यापक रूप से संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में शीर्ष सम्मान माना जाता है, प्रतिवर्ष इनोवेटर्स को दिया जाता है जिन्होंने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी की उन्नति के माध्यम से डिजिटल समावेशिता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

    

You can share this post!

author

सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

Comments

Leave Comments