आज है विक्रम संवत् 2081 के श्रावण माह के कृष्णपक्ष की सप्तमी तिथि रात 09:18 बजे तक यानी शनिवार, 27 जुलाई 2024
बिजली गिरने से 60 लाख के हाथी में आईं दरारें, नुक्सान से क्यों एक बार फिर मायावती के हाथी चर्चा में ?

बिजली गिरने से 60 लाख के हाथी में आईं दरारें

राजनीति

बिजली गिरने से 60 लाख के हाथी में आईं दरारें, नुक्सान से क्यों एक बार फिर मायावती के हाथी चर्चा में ?

राजनीति//Uttar Pradesh /Lucknow :

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सोमवार को हुई मूसलाधार बारिश के दौरान अंबेडकर पार्क में बने हाथी की मूर्ति पर बिजली गिरने से प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई। क्षतिग्रस्त हुई मूर्ति में हाथी की सूंड और दांत टूट गये। बता दें कि एक हाथी की कीमत करीब 60 लाख बताई जा रही है। और इस पार्क में कुल 78 हाथी हैं

इस नुकसान से एक बार फिर लोगों को मायावती का शासनकाल याद आ गया ,जब इन हाथियों के लिए उन्होंने खर्चे की परवाह न करते हुए ताबड़तोड़ हाथी निर्माण कार्य कराया था। 

78 हाथी हैं इस पार्क में ,एक हाथी की लागत आयी थी 60 लाख रूपये 

गुलाबी पत्थर से बना यह प्रसिद्ध अंबेडकर स्मारक करीब 107 एकड़ जमीन फैला हुआ है। स्मारक का निर्माण राजस्थान से मंगाए गए लाल बलुआ पत्थरों से किया गया है। रात की रोशनी में इसकी अधिक सुंदरता देखते ही बनती है। यह पार्क मायावती ने अपने शासनकाल के दौरान 2008 में बाबासाहेब अंबेडकर के सम्मान में बनवाया गया था। <

EXCLUSIVE: One of the #elephant statue at Ambedkar park damaged during overnight heavy #thunderstorm and lighting, in #Lucknow #UttarPradesh pic.twitter.com/OfiHC802T7

— Sandeep Saxena (@sandeep662003) September 11, 2023

/p>

700 करोड़ की लागत से बना है स्मारक  

अंबेडकर पार्क में करीब 78 हाथियों की प्रतिमाएं लगाई गईं हैं। प्रत्येक हाथी कीमत करीब 50 लाख रुपए बताई जा रही हैं। इस स्मारक को 700 करोड़ रुपए की लागत से मायावती ने बनवाया था।इसके अलावा लखनऊ के कांशीराम स्मारक में हाथी की 30 मूर्ति है, जिसकी कुल लागत करीब 17 करोड़ है और नोएडा में 20 मूर्ति को लगाने में साढ़े 65 करोड़ का खर्च आया।

खुद के शासनकाल के काम को तुड़वा कर नया बनाया था ,2111 करोड़ हुए थे खर्च 

गौरतलब है कि 1995 में मुख्यमंत्री के दौरान मायावती ने अंबेडकर स्मारक, अंबेडकर स्टेडियम, गेस्टहाउस और पुस्तकालय का निर्माण करवया था। लेकिन 2007 में मुख्यमंत्री बनने के बाद इन सभी इमारतों को डायनामाइट से तुड़वाकर इनका पुनह निर्माण करवाया था। उस समय आवास विभाग के कुल 2111 करोड़ रुपए खर्च हुआ थे।

बता दें कि स्मारक स्थल में हाथियों के अलावा ज्योतिबा फूले, श्रीनारायण गुरु, बिरसा मुंडा, साहूजी महाराज और काशीराम जैसे महान व्यक्तियों की भी प्रतिमाएं स्थापित हैं।

अब इस 60 लाख के टूटे हाथी के वायरल होने से  एक बार फिर लोगों को मायावती का शासनकाल याद आ गया ,जब प्रदेश के विकास कार्यों के बजाए इन हाथियों के निर्माण के लिए उन्होंने सरकारी खर्चे की परवाह न करते हुए ताबड़तोड़ हाथी निर्माण कार्य कराया था और  आवास विभाग के कुल 2111 करोड़ रुपए खर्च कर डाले थे। 

You can share this post!

author

सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

Comments

Leave Comments