//Delhi/New Delhi :
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने इस बार शिक्षक दिवस पर कई नई रिसर्च ग्रांट/ फेलोशिप स्कीम शुरू करने का फैसला किया है। सिंगल गर्ल चाइल्ड की शिक्षा को बढ़ावा देने और पीएचडी कोर्स के दौरान वित्तीय सहायता देने के लिए भी स्कीम लाई जा रही है। रिटायरमेंट के बाद भी शिक्षकों के अनुभव का फायदा स्टूडेंट्स को मिलता रहे और वे रिसर्च से जुड़े रहें, इस मकसद को भी पूरा किया जा रहा है। यूजीसी के चेयरमैन प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार का कहना है कि देश में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए यूजीसी ने ये स्कीम तैयार की हैं। देश के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को इसका फायदा मिलेगा। देश के उच्च शिक्षण संस्थानों की पहचान उनके रिसर्च पर काम से हो, इसी को ध्यान में रखते हुए नई स्कीम लाई जा रही हैं। साइंस, इंजिनियरिंग एंड टेक्नॉलजी, ह्यूमैनिटीज, सोशल साइंसेज में अडवांस स्टडीज और रिसर्च को इस स्कीम में शामिल किया गया है। साथ ही पीएचडी डिग्री पाने वाले जिन कैंडिडेट्स के पास रोजगार नहीं है, वे भी इस स्कीम से जुड़ सकते हैं।
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कुछ नहीं करके भी खूब कमाता है ये आदमी...
अगर ऐसा कुछ करने को मिले, जिसमें कुछ ना करना पड़े फिर भी भरपूर पैसा मिले तो आप क्या कहेंगे...? जी हां, इन दिनों सोशल मीडिया पर जापान के एक शख्स की जॉब चर्चा में रही है, जो बहुत से लोगों के लिए एक 'ड्रीम जॉब' हो सकती है। टोक्यो के इस बंदे का नाम शोजी मोरिमोटो, जो खुद को किराए पर चढ़ाकर पैसा कमाता है। वह हर बुकिंग के लिए 10 हजार जापानी येन (लगभग 5,633 रुपये) लेते हैं। और हां, इतना पैसा लेने के बाद भी करते कुछ नहीं, बस उनके साथ बैठते हैं जिन्होंने किराए पर बुक किया है।
शोजी 4 साल से खुद को किराए पर देते हैं। बस उनका काम है कि जहां ग्राहक जाना चाहता है, वहां वे उसके साथ मौजूद रहें। वो सिर्फ साथ होते हैं, कुछ करते नहीं हैं। मतलब, अगर किसी ने उन्हें हायर किया तो वह सिर्फ उसके साथ मौजूद रहेंगे। अगर ग्राहक उन्हें जरा-सा भी काम देता है, तो वह तुरंत मना कर देते हैं।
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