साइंस///Riyadh :
सऊदी अरब अपनी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री को स्पेस में भेजेगा। धार्मिक रूप से कट्टर माने जाने वाले देशों में शामिल सऊदी अरब लगातार बदलावों के दौर से गुजर रहा है। इस कड़ी में सऊदी ने पहली बार एक महिला एस्ट्रोनॉट को स्पेस मिशन पर भेजने वाला है। आधिकारिक सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि रेयाना बरनावी (Rayyana Barnawi) अपने साथी अंतरिक्ष यात्री अली अल-कर्नी के साथ इंटरनेशनल स्पेस सेंटर (ISS) के मिशन पर जाएंगी। एजेंसी ने कहा कि मिशन AX-2 के चालक दल के साथ दोनों अंतरिक्ष यात्री स्पेस में जाएंगे। ये मिशन USA से लॉन्च किया जाएगा।
रेयाना बरनावी पहली सऊदी महिला हैं, जिन्होंने स्पेस एंड टेक्नोलॉजी फील्ड की पढ़ाई कर रखी है। इस्लामिक देश सऊदी अरबिया में इस फील्ड में महिलाओं की रुचि बिलकुल उत्साहजनक नहीं है। अब उम्मीद की जा रही है कि आनेवाले दिनों में तस्वीर बदलेगी।
रेयाना हैं जेनेटिक और स्पेस साइंस में स्पेशलिस्ट
33 वर्षीय रेयाना बरनावी रिसर्च और लैब स्पेशलिस्ट के तौर पर काम करती हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड की ओटैगो यूनिवर्सिटी से जेनेटिक इंजीनियरिंग और टिश्यू डेवलपमेंट में ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। इसके बाद किंग फैजल यूनिवर्सिटी से बायोमेडिकल साइंस में उन्होंने मास्टर्स किया हुआ है। पीजी के बाद कैंसर स्टेम सेल्स फील्ड में उन्हें 9 वर्ष काम करने का अनुभव है।
AX-2 स्पेस मिशन के क्रू में शामिल
रेयाना बरनावी के अलावा एक पुरुष अंतरिक्ष यात्री अली अल कर्नी भी होंगे ,दोनों इसी साल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे। वे जिस स्पेस यान में सवार होंगे, उसकी लॉन्चिंग अमेरिका से होगी। दोनों एस्ट्रोनॉट AX-2 स्पेस मिशन के क्रू में शामिल हैं। उनकी फ्लाइट की लॉन्चिंग अमेरिका से होगी। अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से यह लॉन्चिंग होगी।
सऊदी अरब के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान के इस फैसले को देश की छवि बदलने के प्रयासों से जोड़ कर देखा जा रहा है। बता दें कि 2018 में सऊदी अरब ने एक अंतरिक्ष कार्यक्रम स्थापित किया और पिछले साल अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए एक और मिशन लॉन्च किया था। संयुक्त अरब अमीरात के अंतरिक्ष यात्री सुल्तान अल नेयादी भी इस महीने के आखिर में स्पेस के लिए उड़ान भरेंगे, जो अंतरिक्ष में एक साथ छह महीने बिताने वाले देश के पहले एस्ट्रोनॉट होंगे।
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