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भारत ने तोड़ दिया महाबलियों का वर्चस्व: पहली बार रिकॉर्ड 21 हजार करोड़ का रक्षा निर्यात...रूस, इजरायल समेत 84 देशों को बेचे उत्पाद

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भारत ने तोड़ दिया महाबलियों का वर्चस्व: पहली बार रिकॉर्ड 21 हजार करोड़ का रक्षा निर्यात...रूस, इजरायल समेत 84 देशों को बेचे उत्पाद

सेना//Delhi/New Delhi :

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश की एक बहुत बड़ी सफलता की घोषणा कर बताया कि भारत ने 84 देशों को अपने रक्षा उत्पाद बेचकर यह चमत्कारिक लगने वाला लक्ष्य हासिल किया है। इस दिशा में सिर्फ एक वित्त वर्ष में 32.5 प्रतिशत का उछाल आया है। इस सफलता की कहानी को अंजाम तक पहुंचाने में करीब 50 भारतीय कंपनियों ने अहम योगदान दिया है।

देश का रक्षा निर्यात पहली बार बेतहाशा बढ़ा है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में रक्षा निर्यात 21 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देश की एक बहुत बड़ी सफलता की घोषणा कर बताया कि भारत ने 84 देशों को अपने रक्षा उत्पाद बेचकर यह चमत्कारिक लगने वाला लक्ष्य हासिल किया है। इस दिशा में सिर्फ एक वित्त वर्ष में 32.5 प्रतिशत का उछाल आया है।
21,083 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर पोस्ट करके बताया कि भारत ने एक बड़े रक्षा आयातक देश से एक बड़े रक्षा निर्यातक देश बनने की दिशा में अहम कदम ले लिया है। भारत ने पहली बार वित्त वर्ष 2023-24 में 21,083 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय ने कई ऐसे कदम उठाए जो इस रूप में फलीभूत हुए।
50 कंपनियों ने दिया अहम योगदान
उन्होंने कहा कि रक्षा निर्यात बढ़ाने के लिए न सिर्फ भारत के रक्षा निर्माण क्षेत्र को प्रेरित किया गया बल्कि तकनीकी रूप से आधुनिक बनाने की सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। इससे सरकारी और निजी क्षेत्र की कंपनियों के लिए उत्साहजनक वातावरण बन गया है। भारत के रक्षा निर्यात की इस सफलता की कहानी को अंजाम तक पहुंचाने में करीब 50 भारतीय कंपनियों ने अहम योगदान दिया है। इन कंपनियों ने अन्वेषण के साथ ही प्रभावशीलता, गुणवत्ता का विशेष ख्याल रखते हुए भारत की रक्षा उपकरणों और तकनीकों के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विश्व पटल पर स्थापित कर दिया है।
एएलएच हेलीकॉप्टर, कोस्टल सर्विलांस सिस्टम, कवच आदि का निर्यात
भारत के रक्षा निर्यातक भौगोलिक रूप से विश्व के कोने-कोने तक अपनी पहुंच बना चुके हैं। देश के निर्यात किए उत्पाद इटली, मालदीव, श्रीलंका, रूस, यूएई, पोलैंड, फिलीपींस, सऊदी अरब, मिस्र, इजरायल, स्पेन, चिली समेत कई अन्य देशों तक पहुंच रहे हैं। भारतीय रक्षा उत्पादों की मांग वैश्विक स्तर पर बढ़ रही है।
अंतरराष्ट्रीय खरीदारों में भारतीय उत्पादों को लेकर विशेष रुचि
सुरक्षा के क्षेत्र में भारत की क्षमताओं को वैश्विक स्वीकृति मिल चुकी है। जिन भारतीय रक्षा उत्पादों का अधिकाधिक निर्यात किया जा रहा है, उनमें निजी सुरक्षा उपकरण, आॅफशोर पेट्रोल व्हिकल, एएलएच हेलीकॉप्टर, एसयू एवियोनिक्स, कोस्टल सर्विलांस सिस्टम, लाइट इंजीनियरिंग मैकेनिकल पार्ट्स, कवच एमओडी अन्य कई रक्षा उपकरण शामिल हैं। इन अत्याधुनिक रक्षा उपकरणों और तकनीकों के चलते अंतरराष्ट्रीय खरीददारों की भारतीय उत्पादों में विशेष रुचि है।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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