राजनीति//Delhi/New Delhi :
देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस की ओर से अमेठी और रायबरेली में कौन चुनाव लड़ेगा, इसको लेकर चर्चाएं काफी गर्म थी। रायबरेली से अपनी मां के स्थान पर स्वयं राहुल गांधी ने नामांकन कर दिया। अमेठी सीट पिछली बार हार चुके राहुल गांधी वायनाड से भी चुनाव लड़े थे और जीते थे। ऐसे में उम्मीद की जा रही थी कि इस बार भी अमेठी की सांसद और मंत्री स्मृति ईरानी के सामने अमेठी से गांधी परिवार का व्यक्ति ही चुनाव लड़ेगा क्योंकि सोनिया गांधी तो राजस्थान से राज्यसभाकी सांसद चुन ली गयी हैं। । गांधी परिवार के दामाद और प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा ने इच्छा जताई थी कि इस बार अमेठी से वे सांसद का चुनाव लड़ना चाहते हैं और समृति ईरानी को चुनौती देना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस ने किशोरी लाल शर्मा को टिकट दे दिया और वाड्रा हताश हो गये।
अब टिकट ना मिलने पर रॉबर्ट वाड्रा की टीस उभरी है। उन्होंने एक फेसबुक (Facebook) पोस्ट में लिखा कि राजनीति की कोई भी शक्ति, पद हमारे परिवार के बीच नहीं आ सकता है। हम सभी अपने महान राष्ट्र की जनता और लोगों की बेहतरी के लिए हमेशा काम करेंगे और करते रहेंगे। आपके समर्थन और शुभकामनाओं के लिए सभी को धन्यवाद। रॉबर्ट ने आगे लिखा कि मैं सदैव अपनी जनसेवा के माध्यम से यथासंभव लोगों की मदद करूंगा। उन्हों बेहद टीस भरे शब्दों के साथ गे लिखा कि मैं सदैव अपनी जनसेवा के माध्यम से यथासंभव लोगों की मदद करूंगा।
बता दें कि रॉबर्ट वाड्रा ने कई मौकों पर राजनीति में आने और अमेठी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। पिछले महीने वाड्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि देश से आवाज आ रही है। लोग चाहते हैं कि मैं सक्रिय राजनीति में आऊं, क्योंकि मैं हमेशा देश के लोगों के बीच रहा हूं। लोग हमेशा चाहते हैं कि मैं उनके क्षेत्र में रहूं। मैंने वहां (अमेठी) 1999 से ही चुनाव प्रचार किया है. लोग गांधी परिवार के साथ हैं क्योंकि वे राहुल और प्रियंका की कड़ी मेहनत को देख रहे है।
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