Joe Biden
राजनीति///Washington :
Joe Biden : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन सोमवार, 20 फरवरी को अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। यहां वे यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदोमिर जेलेंस्की के साथ नजर आए। दरअसल, प्रेसिडेंट बाइडेन शनिवार रात पोलैंड गए थे। यहां से वो एक घंटे का सफर करके ट्रेन के जरिए कीव पहुंच गए।
बाइडेन का यह दौरा चौंकाने वाला है। इसकी किसी को कानों-कान खबर नहीं हुई। एक रिपोर्ट के मुताबिक बाइडेन के कीव पहुंचने से पहले पूरे इलाके को नो-फ्लाई जोन बनाया गया। इस दौरान अमेरिकी मिसाइल शील्ड (पेट्रियट) भी एक्टिव मोड में कर दी गई। ‘कीव इंडिपेंडेंट’ के मुताबिक पूरे कीव में सिर्फ यही खबर थी कि कोई बेहद खास शख्स राजधानी पहुंच रहा है। बाइडेन की विजिट के पहले कीव के तमाम रास्ते भी बंद कर दिए गए।
22 मिनट पहले हवाई हमले का सायरन बजा
बाइडेन के आने का जरा भी अनुमान किसी को नहीं था। सिर्फ 22 मिनट पहले ही रूस के हवाई हमले का सायरन बजा था। इसलिए हर कोई अलर्ट पर था। चंद मिनट बाद ही एक ब्लैक शेवरले कार में बाइडेन नजर आए। बाइडेन की विजिट इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि महज 4 दिन बाद रूसी हमले को एक साल पूरा हो जाएगा। बाइडेन ने शनिवार को ही व्हाइट हाउस में साफ कर दिया था कि वो किसी भी सूरत में यूक्रेन का साथ नहीं छोड़ेंगे।
रूसी मंसूबा नाकाम, हम एक साल बाद भी साथ
कीव में बाइडेन ने कहा- रूस की कोशिश है कि वो यूक्रेन को दुनिया के नक्शे से मिटा दे। पुतिन को लगा था कि वो हमें अलग-थलग कर देगा लेकिन एक साल बाद भी हम साथ खड़े हैं। मेरी यहां मौजूदगी इसकी मिसाल है।
उन्होंने कहा, पाबंदियों के चलते रूस की इकोनॉमी बिल्कुल तबाह हो चुकी है। हम यूक्रेन की मदद करते रहेंगे। उसे नये हथियार और एयर डिफेंस रडार दिए जाएंगे। उन्होंने यूक्रेन को 500 मिलियन डॉलर की मदद, जैवलिन मिसाइल, हॉवित्जर तोपें और आर्टिलरी सपोर्ट देने का भी ऐलान किया।
रूस की इंटेलिजेंस फेल, दौरे की भनक तक नहीं
खास बात यह है कि बाइडेन ने पोलैंड का दौरा किया और वहां के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मुलाकात की। इसके चंद मिनट बाद ही डिप्लोमैटिक केबल के जरिए रूस को यह बता दिया गया कि वीवीआईपी मूवमेंट है और कीव का इलाका नो-फ्लाई जोन रखा गया है। इसके मायने यह थे कि बाइडेन के गुजरने के दौरान कीव के एयरस्पेस में रूस हमला नहीं करेगा। कहा जा रहा है कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसीज को भनक तक नहीं लगी कि बाइडेन कीव पहुंच सकते हैं। कीव में मौजूद यूक्रेन की फॉरेन मिनिस्ट्री के सामने बैरिकेड लगा दिए गए और चंद मिनट बाद अमेरिकी राष्ट्रपति यहीं कार से उतरे। इस इलाके को सेंट माइकल गोल्डन डोम्ड मॉन्टेसरी कहा जाता है।
बाइडेन के यूक्रेन पहुंचने के मायने- जंग अभी लंबी चलेगी
बाइडेन के दौरे को लेकर विषेषज्ञों का मानना है कि इस यात्रा से बाइडन बताना चाहते हैं कि अमेरिका, यूक्रेन के साथ है। अमेरिका की एक पॉपुलर पॉलिसी रही है कि यूरोप से रूस को बाहर रखो और जर्मनी को दबाकर रखो। अब उनके स्टेटमेंट्स बता रहे हैं कि वो युद्ध विराम की तरफ नहीं बढ़ रहे हैं। ऐसे में रूस और यूक्रेन के बीच यह जंग लंबी चलने वाली है।
पहले भी युद्ध क्षेत्र में जाते रहे हैं अमेरिकी राष्ट्रपति
बाइडेन की कीव यात्रा भले ही सरप्राइज लगे लेकिन पहले भी अमेरिका के कुछ पूर्व राष्ट्रपति इस तरह की सरप्राइज विजिट करते रहे हैं। वर्ष 2003 में तब के प्रेसिडेंट जॉर्ज बुश क्रिसमस वीक में इराक पहुंच गए थे। वर्ष 2010 में प्रेसिडेंट बराक ओबामा अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंच गए थे। यहां उन्होंने अमेरिकी ट्रूप्स से मुलाकात की थी और उन्हें तोहफे दिए थे।
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