Kumar Vishwas
सोशल मीडिया से साभार
राजनीति//Madhya Pradesh/Udaipur :
कुमार विश्वास के हर लाइव प्रोग्राम की तरह विक्रमोत्सव की रामकथा भी ठसाठस चल रही है। उज्जैन के कालिदास अकादमी परिसर में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित श्री राम कथा के दूसरे दिन उन्होंने ''शंकर के राम'' पर आधारित प्रसंग सुनाया। विवाद के चलते कड़ी सुरक्षा में थे। डॉ कुमार जिन्होंने मंच पर पहुंचते ही अपने द्वारा दिए बयान को लेकर माफी मांगी और स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा मैंने कार्यालय में काम करने वाले को लेकर कहा था, मैं माफी चाहता हूं मेरा उद्देश्य ठेस पहुंचाना नहीं।
Kumar Vishwas : कवि कुमार विश्वास की रामकथा इन दिनों उज्जैन में चल रही है। उज्जैन में रामकथा के दौरान कुमार विश्नास ने एक विवादित बयान दिया। एक किस्सा सुनाते हुए कुमार विश्वास ने कहा था कि आरएसएस वाले अनपढ़ और वामपंथ वाले कुपढ़ होते हैं। कुमार विश्वास के इस बयान के बाद विरोध तेज हो गया। कुमार विश्वास के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता ने ट्वीट करते हुए कहा कि आप राम कथा करने आएं हैं तो केवल राम कथा कहिए प्रमाण पत्र मत बांटिए।
Kumar Vishwas : मामले पर मांगी माफ़ी और बताया अपनी बात का अर्थ
विवाद के बाद मामले पर Kumar Vishwas ने वीडियो जारी कर माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि ये पूरा मामला केवल एक बच्चे से जुड़ा था। उन्होंने कहा कि मै एक बच्चे से बात कर रहा था जो संजोग से RSS में काम करता है। बस वही से मेरी बात का अर्थ का गलत मतलब ले कर विवाद शुरू हो गया।
कुमार ने राजनीतिक लोगों से किया आग्रह
राजनीतिक लोगों से कुमार ने आग्रह किया कहा आप किसी व्यक्ति से नाराज हो सकते हैं। किसी व्यक्ति को आगे बढ़ता पीछे हटता देख कुछ भी कर सकते है। लेकिन, कम से कम लाखों लाख की संख्या में जो इस देश का युवा तैयार हो रहा है, सनातन धर्म के खिलाफ हुए षड्यंत्रों के लिए मेरे माध्यम कुछ तर्क लेकर इस लड़ाई को कमजोर मत करिए।
राजनीती और रामनीति की बात
राजनीति अपनी जगह है। मैनें भी की थी..दो बार की। दोनों बार में चुनाव कैंपेन का चेयरमैन रहा।दोनों दल आमने-सामने थे। एक बार एक पार्टी - एक बार एक पार्टी, हारे जीते लेकिन मैं फिर उस नाराज मित्र से कहना चाहता हूं, राजनीति में था कुछ भी बोल देते थे। मेरा हृदय नहीं दुखता था लेकिन अभी राम नीति में हूं, कुछ बोलते हो तो मेरा मन दुखता है।
राजाभाऊ महाकाल की प्रस्तुति
आपको बता दे श्री राम कथा के साथ ही बुधवार रात राजाभाऊ महाकाल की प्रस्तुति भी नाट्य कलाकारों द्वारा देखी गई। विक्रम कीर्ति मंदिर सभागार में नाट्य रंग के तीसरे और अंतिम दिन राजाभाऊ महाकाल की प्रस्तुति हुई। सतीश दवे निर्देशित यह प्रस्तुति गोवा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राजाभाऊ महाकाल पर आधारित रही। जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। तीन दिवसीय राम कथा आयोजन का आज समापन है।
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