अजब-गजब//Delhi/New Delhi :
'महाठग' के नाम से पूरे देश में मशहूर सुकेश चंद्रशेखर 200 करोड़ रुपए की ठगी केस में इन दिनों दिल्ली की मंडोली जेल में बंद है। वैसे तो सुकेश कई चिठ्ठियां लिख कर केजरीवाल और उनके साथियो की पोल खोल नए-नए दावे करते हैं लेकिन इस बार सुकेश ने जेल के डायरेक्टर जनरल को एक चिट्ठी लिखी जिसमें सुकेश ने कैदियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए 5.11 करोड़ रुपए का डिमांड ड्राफ्ट देने की अनुमति मांगी है।
सुकेश चंद्रशेखर ने आज बुधवार (22 मार्च) को लिखी इस चिट्ठी में कैदियों के कल्याण की बात लिखी है। उसने लिखा है, वह उन कैदियों की भलाई के लिए पैसा देना चाहता है जो अपनी जमानत बॉण्ड का भुगतान नहीं कर पा रहे। ऐसा न कर पाने से वे कई वर्षों से जेल में ही बंद हैं। सुकेश ने अपने अच्छे इरादे के साथ अनुरोध किया है कि कैदियों के कल्याण के लिए 5.11 करोड़ रुपए का डिमांड ड्राफ्ट स्वीकार किया जाए।
देना चाहते हैं जन्मदिन का गिफ्ट
'महाठग' ने पत्र में आगे लिखा, 'जो जेल में बंद और ऐसी परिस्थियों से ही गुजर रहे हैं, उनकी पीड़ा समझ सकता हूं क्योकि मैं भी अपनों से दूर हूं। इसलिए एक इंसान के तौर पर और अच्छे इरादे के साथ मैं अनुरोध करता हूं कि कैदियों के कल्याण के लिए दी जा रही राशि को स्वीकार किया जाए, इससे मुझे बेहद खुशी होगी। अगर 25 मार्च को इसे स्वीकार किया जाता है तो अधिक ख़ुशी होगी क्योंकि उस दिन मेरा जन्मदिन है। यही मेरे लिए सबसे अच्छा गिफ्ट होगा।'
100% मेरी क़ानूनी आमदनी का है मेरा ये पैसा
मुकेश ने डीजी जेल को लिखे पत्र में कहा है कि, 'अगर मेरा योगदान आपका दफ्तर स्वीकार करता है तो मेरी कानूनी टीम सोर्स प्रूफ के साथ आईटीआर और बाकी जरूटी लीगल कार्रवाई करेग क्योंकि, ये पैसा 100 प्रतिशत मेरी क़ानूनी आमदनी का है। इसे किसी अपराध के जरिए नहीं कमाया गया है।'
ताकि इनको मिले मदद ....
सुकेश चंद्रशेखर ने अपने वकील अनंत मलिक के जरिये 22 मार्च को डीजी जेल को पत्र लिखा। चिट्ठी में जेल के उन कैदियों के कल्याण के लिए 5,11,00,000 रुपए दान करने की अनुमति मांगी, जो अपनी जमानत बांड का भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं। साथ ही, वैसे कैदियों की जमानत या वैसे कैदी जो कई वर्षों से विचाराधीन रूप में जेल में बंद हैं, के कल्याण पर खर्च हो सके। वैसे कैदियों जिनके परिवार, मुख्य रूप से बच्चे जिनके पास शिक्षा के लिए भुगतान करने का साधन नहीं है। जो अपने घर में एकमात्र कमाने वाला है और जेल में बंद हैं। ऐसों को मदद मिल सके।
सुकेश के ये हैं दो फाउंडेशन
सुकेश ने कहा, 'मैं और मेरा परिवार शारदा अम्मा फाउंडेशन और चंद्रशेखर कैंसर फाउंडेशन के जरिए कई कल्याणकारी काम करते रहे हैं। ये संस्था दक्षिण भारत में लाखों गरीबों को भोजन करा रहे हैं। हर महीने गरीब रोगियों को मुफ्त कीमोथेरेपी भी दे रहे हैं।'
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