क्राइम ///Washington :
यूएन में भारत पर कीचड़ उछालने वाले नित्यानंद की शिष्या विजयप्रिया के भाषण की क्लिप दिखते ही सक्रिय हुई भारत सरकार ने नित्यानंद के प्रोपेगैंडा की हवा निकालनी षुरू कर दी है। इसका असर भी दिखने लगा है।
अमेरिका के न्यू जर्सी राज्य के नेवार्क शहर ने भारतीय भगोड़े नित्यानंद द्वारा स्थापित तथाकथित ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा’ के साथ सिस्टर सिटी समझौते को रद्द कर दिया है और इस काल्पनिक देश के आसपास की भ्रामक परिस्थितियों का हवाला देकर इस घटना को ‘खेदजनक’ करार दिया है। नेवार्क और तथाकथित यूएसके के बीच सिस्टर-सिटी समझौता इस साल 12 जनवरी को हुआ था और हस्ताक्षर समारोह नेवार्क के सिटी हॉल में हुआ था।
नेवार्क शहर के संचार विभाग में प्रेस सचिव सुसान गारोफालो ने एक ईमेल में मीडिया को बताया कि जैसे ही हमें कैलासा के आसपास की परिस्थितियों के बारे में पता चला, नेवार्क शहर ने तुरंत कार्रवाई की और 18 जनवरी को सिस्टर सिटी समझौते को रद्द कर दिया।
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धोखे के आधार पर, समारोह निराधार और शून्य था। हालांकि यह एक खेदजनक घटना थी, नेवार्क शहर कनेक्टिविटी, समर्थन और आपसी सम्मान के साथ एक-दूसरे को समृद्ध करने के लिए विभिन्न संस्कृतियों के लोगों के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्वघोषित बाबा और भगौड़े नित्यानंद का दावा है कि उसने 2019 में ‘यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ कैलासा (यूएसके)’ की स्थापना की थी और इसकी वेबसाइट के अनुसार, इसकी आबादी में ‘दो अरब हिंदू’ हैं। नित्यानंद बलात्कार और यौन उत्पीड़न के कई आरोपों में भारत में वांछित है, हालांकि उसने इन आरोपों से इनकार किया है।
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