कूटनीति///Moscow :
रूस ने यूक्रेन में महाशक्तिशाली नाइओबियम रडार को तैनात कर दिया है। यह रडार 500 किलोमीटर के इलाके में हर एयरोडायनेमिक वस्तु को स्कैन कर सकती है। इस रडार के स्थापित होने के बाद डोनबास इलाके में यूक्रेनी ड्रोन, रॉकेट लॉन्चर, मिसाइलों और लड़ाकू विमानों का उड़ना नामुमकिन हो जाएगा।
रूस ने यूक्रेन को मिल रहे अमेरिकी हथियारों को देख अपने सबसे शक्तिशाली रडार को तैनात कर दिया है। इस रडार का नाम नाइओबियम है, जो 500 किलोमीटर के इलाके में हर एक हवाई चीज को पहचान सकता है। यह रडार इतना ताकतवर है कि इसे स्टील्थ तकनीक से भी मात नहीं दी जा सकती है।
9 अप्रैल को रूसी दिवस के अवसर पर रूसी वायु सेना के एक अधिकारी ने खुलासा किया कि यूक्रेन में नाइओबियम रडार तैनात किया जा चुका है। इसका उपयोग विमान, हेलीकॉप्टर, ड्रोन, बैलिस्टिक मिसाइल और मल्टी लॉन्च रॉकेट सिस्टम का पता लगाने के लिए किया जाता है। नाइओबियम रडार स्टेशन के कमांडर अनातोली ने स्थानीय रूसी मीडिया इजवेस्टिया से इस अत्याधुनिक रडार सिस्टम के साथ काम करने के फायदों और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में इसके लाभों के बारे में विस्तार से बात की।
हवाई हमलों का पता लगाएगा
इजवेस्टिया के एक वीडियो में दिखाया गया है कि रूस के ‘वेस्टर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट’ के निओबियम रडार क्रू की वॉर ड्यूटी कैसी चल रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी वायु रक्षा प्रणाली दुश्मन के हवाई हमलों का पता लगाती है, जिसमें ड्रोन, मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (एमएलआरएस) और बैलिस्टिक मिसाइल शामिल हैं। नाइओबियम जैसे आधुनिक रडार स्टेशन समय पर इन खतरों का जवाब देने में मदद करते हैं। स्टेशन कमांडर अनातोली ने कहा कि रडार स्टेशन मोबाइल पोस्ट है और स्टैंडबॉय पर है। इसे कहीं भी और कभी भी तैनात किया जा सकता है।
रडार स्टेशन इंचार्ज ने बताया अपना काम
इस रडार का काम ड्रोन सहित लड़ाकू विमानों के खतरों से आगाह करना है। यह काम जटिल है। यह सूचनाओं को प्राप्त कर अपने से ऊपर के कमांड पोस्ट को ट्रांसफर कर देते हैं। एयर डिफेंस के काम में से एक दुश्मन के उपकरणों को विफल करना, नष्ट करना और दुश्मन के हमलों की क्षमता को कम करना है। यह संभव भी है, क्योंकि निओबियम रडार एक साथ सैकड़ों वस्तुओं या संभावित लक्ष्यों को ट्रैक करते हुए 500 किलोमीटर के दायरे में आसमान को स्कैन कर सकता है।
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