सेना/// :
ऑपरेशन अजय के तहत इस्राइल से भारत आने वाले विमान का इंतजाम ऐसे लोगों की मदद के लिए किया जा रहा है जो इस्राइल से भारत लौटना चाहते हैं पर विमान सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण लौट नहीं पा रहे हैं। बता दें कि एयर इंडिया ने इस्राइल-हमास के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद सात अक्तूबर को ही अपनी हवाई सेवाएं स्थगित कर दी थीं। ये सेवाएं अब तक शुरू नहीं की गईं हैं।
इस्राइल और फलस्तीनी आतंकी समूह हमास की जंग के बीच वहां से लौटने वाले भारतीयों के साथ पहला चार्टर विमान गुरुवार की शाम बेन गुरियन हवाई अड्डे से भारत के लिए रवाना होगा। सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि यह विमान ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की तर्ज पर 230 भारतीयों को लेकर गुरुवार की रात 9 बजे इस्राइल से रवाना होगा। इस यात्रा का सारा खर्च भारत सरकार की ओर से वहन किया जाएगा।
ऑपरेशन अजय के तहत इस विमान का इंतजाम ऐसे लोगों की मदद के लिए किया जा रहा है, जो इस्राइल से भारत लौटना चाहते हैं पर विमान सेवा उपलब्ध नहीं होने के कारण लौट नहीं पा रहे हैं। बता दें कि एयर इंडिया ने इस्राइल-हमास के बीच लड़ाई शुरू होने के बाद सात अक्तूबर को ही अपनी हवाई सेवाएं स्थगित कर दी थीं। ये सेवाएं अब तक शुरू नहीं की गईं हैं। सूत्रों के अनुसार विशेष चार्टर विमान से जो लोग भारत आएंगे उनसे कोई किराया नहीं लिया जाएगा और उनके लौटने का सारा खर्च सरकार उठाएगी।
भारतीयों के पंजीकरण के लिए दूतावास ने लिंक जारी किया
इस्राइल में भारतीय दूतावास की ओर से वहां रह रहे भारतीयों को सलाह दी गई है कि कि वे भारतीय दूतावास, तेल अवीव, इजराइल में अपना पंजीकरण कराएं। दूतावास के साथ पंजीकरण करने से उन्हें वे सुविधाएं प्रदान की की जा सकेंगी आपातकालीन स्थिति में जरूरी होंगी। दूतावास की ओर से कहा गया है कि पंजीकरण करने से हमारे ईमेल नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न घटनाओं के बारे में जानकारी की उपलब्धता की सुविधा भी मिल सकेगी।
आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए
इस्राइल में भारतीय दूतावास की ओर से 24 गुणा 7 आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर, संपर्क नंबर और ईमेल आईडी भी जारी की गई है।
इस्राइल में रहते हैं 18 हजार भारतीय
इस्राइल में करीब 18,000 भारतीय नागरिक रह रहे हैं और काम कर रहे हैं। इस्राइल में रहने वाले भारतीयों में बड़ी संख्या में लोग केयरगिवर्स के रूप में काम करते हैं। हालांकि वहां लगभग एक हजार छात्र, कई आईटी पेशेवर और हीरा व्यापारी भी रहते हैं।
गाजा और तेल अवीव में भी भारतीयों की मदद की हो रही कोशिश
रामल्ला में स्थित भारतीय प्रतिनिधि कार्यालय भी गाजा में रह रहे चार भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है। आरओई ने पीटीआई को बताया कि हम संपर्क में है और सभी भारतीयों की मदद की कोशिश कर रहे हैं, पर जमीन जो स्थिति है उसे देखते हुए हमारे पास सीमित विकल्प मौजूद हैं। वहीं, दूसरी ओर तेल अवीव में मौजूद भारतीय मिशन भी प्रभावित इलाकों में सभी भारतीयों की मदद की कोशिश कर रहा है।
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