आज है विक्रम संवत् 2081 के श्रावण माह के कृष्णपक्ष की सप्तमी तिथि रात 09:18 बजे तक यानी शनिवार, 27 जुलाई 2024
उधार के पैसों के चलते दिया लिव-इन पार्टनर की श्रद्धा वाल्कर जैसी हत्या को अंजाम

7 लाख रुपये के लिए लिव-इन पार्टनर की श्रद्धा वाल्कर जैसी हत्या की

क्राइम

उधार के पैसों के चलते दिया लिव-इन पार्टनर की श्रद्धा वाल्कर जैसी हत्या को अंजाम

क्राइम //Telangana/Hyderabad :

Hyderabad Murder Case : हैदराबाद :उस दरिंदे ने पहले चाकू से वॉर कर की निर्मम हत्या फिर गर्लफ्रेंड के शरीर के टुकड़े पत्थर काटने वाली मशीन से किए और टुकड़ों को फ्रीज में रखकर अलग-अलग जगहों पर फेंकने लगा। आरोपी ने पीड़िता के पैर और हाथ अपने घर के एक रेफ्रिजरेटर (फ्रीज) में रखे थे। बदबू न आए इसलिए फ्रीज से लेकर पूरे घर में इत्र का छिड़काव करता था। हत्याकांड का खुलासा तब हुआ, जब हैदराबाद पुलिस को 17 मई को शहर में मुसी नदी के पास एक कटा हुआ सिर मिला था। पुलिस एक हफ्ते बाद आरोपी तक पहुंची और इस चौंकाने वाले हत्याकांड का खुलासा हुआ।

15 साल से पति को छोड़ प्रेमी के साथ रह रही थी मृतका 
मामला दिल्ली के श्रद्धा वाकर और निक्की यादव हत्याकांड से मिलता-जुलता है, जिसमें आरोपियों ने पीड़िताओं के शरीर के अंगों को काटकर फ्रीज में रखने के बाद अलग-अलग जगहों पर फेंका था। दक्षिण-पूर्व जोन के डीसीपी रूपेश चेन्नुरी ने कहा कि पुलिस ने बी. चंद्र मोहन को गिरफ्तार किया है। वह शेयर बाजार में ऑनलाइन ट्रेडिंग करता है। उसकी उम्र 55 साल की है। उसने जिस लिव इन पार्टनर की हत्या की उसका नाम यारम अनुराधा रेड्डी था और वह 48 साल की थी। पुलिस ने बताया कि दोनों पिछले 15 साल से साथ रह रहे थे। महिला काफी समय पहले अपने पति से अलग हो गई थी। उसके बाद वह चंद्र मोहन के साथ दिलसुखनगर स्थित चैतन्यपुरी कॉलोनी स्थित उसके घर में रह रही थी।

मृतका के पैसे बने हत्या की वजह 
महिला 2018 से ब्याज पर जरूरतमंदों को पैसा उधार देती थी। उनके बीच मतभेद तब पैदा हुए, जब मोहन ने उससे ऑनलाइन व्यापार करने के लिए लगभग 7 लाख रुपये लिए थे। उसके बार-बार कहने के बावजूद वह उसकी रकम चुकाने में विफल रहा। जब महिला ने उस पर पैसों के लिए दवाब बनाया तो वह उससे रंजिश रखने लगा और उसे जान से मारने की योजना बना ली। पेट पर चाकू से वार किया, जिससे उसकी मौत हो गई। हत्या करने के बाद आरोपी ने शव को टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगाने के लिए पत्थर काटने की दो छोटी मशीनें खरीदीं।

सबसे पहले सर को लगाया था ठिकाने 
उसने धड़ से सिर काटकर काले पॉलीथिन के कवर में रख दिया। फिर उसने टांगों और हाथों को धड़ से अलग किया, टांगों और हाथों को रेफ्रिजरेटर में रख दिया और डिस्पोजल के लिए धड़ को एक सूटकेस में रख दिया। 15 मई को आरोपी ऑटोरिक्शा से मुसी नदी के पास पहुंचा और अनुराधा का कटा सिर वहीं फेंककर चला गया।नियमित रूप से अनुराधा के कटे शरीर के अंगों पर छिड़कता रहा, ताकि आसपास के क्षेत्र में बदबू न फैले। उसने सोशल मीडिया पर शरीर के अंगों को कैसे डिस्पोज किया जाए, इस पर वीडियो भसर्च किये और देखे देखे।
 

You can share this post!

author

सौम्या बी श्रीवास्तव

By News Thikhana

Comments

Leave Comments