क्राइम //Delhi/New Delhi :
भारत में कुछ दिनों पूर्व प्रतिबंधित किये गये संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) बड़े स्तर पर भारतीय ढांचे को नुकसान पहुंचाने की योजना बना रहा था। यह वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की योजना पर काम कर रहा था। लोकप्रिय समाचार चैनल न्यूज18 का दावा है कि उसे एक दस्तावेज मिला है, जिसमें भारत को इस्लामिक राज्य बनाने के लिए 4 चरणों का कार्यक्रम तय किया गया था।
चैनल का कहना है कि इस दस्तावेज के मुताबिक पीएफआई आरएसएस जैसे हिंदू संगठनों को खत्म करने की प्लानिंग कर रहा था। इसका खुलासा महाराष्ट्र एटीएस द्वारा दायर की गई चार्जशीट से हुआ है।
एटीएस ने आरोपी मजहर मंसूर खान के फोन से एक बुक की ड्राफ्ट जब्त की थी, जिसका शीर्षक ‘इंडिया 2047, टूवर्ड्स रूल ऑफ इस्लाम इन इंडिया’ था। ड्राफ्ट बुक के पहने पन्ने पर यह भी लिखा गया था कि यह एक अहम दस्तावेज है, इसका प्रचार नहीं होना चाहिए। चार्जशीट के मुताबिक, किताब में भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने पर इस्लामिक स्टेट बनाने की रूपरेखा तय की गई थी। साथ ही किताब में यह भी जिक्र किया गया था कि कश्मीर और लक्षद्वीप में रहने वाले मुसलमानों को योजना का हिस्सा होना चाहिए क्योंकि इन जगहों के आठ जिलों में 70 फीसदी मुस्लिम आबादी है।
दस्तावेज के अनुसार पुलिस तंत्र और न्यायपालिका को ध्वस्त करने की प्लानिंग भी थी। दस्तावेज में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पीएफआई इस्लामिक देशों से फंड लेने की योजना बना रहा था। देश में हिंसा फैलाने के लिए पीएफआई कैडर का इस्तेमाल करने की साजिश रच रहा था। इसके अलावा एससी, एसटी और खानाबदोश आदिवासियों का इस्तेमाल कर पीएफआई कैडर का चुनाव करवाना और उनका समर्थन हासिल करने की भी प्लानिंग थी।
न्यूज18 इंडिया का कहना है कि उसे चार्जशीट की कॉपी मिली है। महाराष्ट्र एटीएस की चार्जशीट में खुलासा किया गया है कि पीएफआई ने अपने लोगों को घर पर तेजाब और हथियार रखने को कहा था। इसके अलावा कार्यकर्ताओं को घर में चाकू, कोल्ड ड्रिंक की बोतल सहित कई अन्य हथियार भी रखने को कहा गया था। चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि पीएफआई देश में माहौल खराब करने की योजना बना रहा था. पीएफआई के लोगों की कई आरएसएस नेताओं पर नजर थी।
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