सामाजिक//Rajasthan/Jaipur :
अब राजस्थान सरकार ने तय किया है कि इन्हें समाज की मुख्यधारा लाएगी। इसके लिए उन्हें शिक्षा से स्वास्थ्य तक, व्यवसायिक प्रशिक्षण से लेकर व्यवसाय तक सहायता की जाएगी।
समाज में ट्रांसजेंडर्स वो समुदाय है जिसकी सर्वाधिक उपेक्षित होती रही है। उन्हें अभिशाप के तौर पर देखा जाता है। लेकिन, अब राजस्थान सरकार ने तय किया है कि इन्हें समाज की मुख्यधारा लाएगी। इसके लिए उन्हें शिक्षा से स्वास्थ्य तक, व्यवसायिक प्रशिक्षण से लेकर व्यवसाय तक सहायता की जाएगी।
राजस्थान सरकार की चाहत है कि ट्रांसजेंडर्स अपना जीवन सामान्य रूप से जी सकें और इसके लिए उन्हें निशुल्क लिंग परिवर्तन यानि सेक्स री-असाइनमेंटसर्जरी सुविधा दी जाएगी। राजस्थान सरकार की ओर से इसके लिए ढाई लाख रुपए तक की राशि देने का प्रावधान किया गया है।
उल्लेखनीय है कि समाज की मुख्यधारा से अलग-थलग चल रहे ट्रांसजेंडर्स के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन करने के लिए राजस्थान सरकार ने ट्रांसजेंडर उत्थान कोष का गठन किया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2021 -22 के बजट में इस कार्य के लिए 10 करोड़ के कोष का प्रावधान किया था। ट्रांसजेंडर उत्थान कोष के गठन के बाद उस पर काम करना शुरू कर दिया गया है। इस कोष के जरिए प्रदेश के ट्रांसजेंडर्स को शिक्षा, व्यवसाय, स्वास्थ्य जैसी सुविधाओं से जोड़ा जाएगा ताकि वे अपना जीवन सामान्य तौर से व्यतीत कर सकें। उम्मीद है कि ट्रांसजेंडर्स उत्थान कोष के जरिए राजस्थान के लगभग 16 हजार ट्रांसजेंडर्स का विकास हो सकेगा और समाज से अलग चल रही जाति यह जाति अब मुख्यधारा में आ सकेगी।
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