बिजनेस///Jaipur :
भारतीय रिजर्ब बैंक (आरबीआई) द्वारा देश में महंगाई नियंत्रण के प्रयासों का असर केवल दालों और खाद्य तेलों पर दिखाई दिया है। इन हालात के बीच ऐसा समझा जा रहा है कि आरबीआई 8 जून को आर्थिक समीक्षा में अपनी रेपो रेट को एक बार फिर बढ़ा सकता है। बीते महीने की 4 तारीख को उसने इसे 0.40 फीसदी बढ़ाया था।
समझा जा रहा है कि टमाटर और आलू के बढ़ते दाम यदि स्थिर नहीं हुए तो आरबीआई द्वारा महंगाई को नियंत्रित करने के प्रयासों पर पानी फिर सकता है। उपभोक्ता मंत्रालय की मानें तो एक महीने में टमाटर 31.64 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 52.32 रुपये किलो पर पहुंच गया है। इसमें 70 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। आलू का भाव 20.93 से बढ़कर 24.12 रुपये किलो हो गया है। इसमें 17 फीसदी की बढ़त देखी गई है
खाद्य सचिव सुधांशु पांडेय ने कहा है कि दक्षिण भारत में टमाटर की कीमतें दो हफ्तों में स्थिर हो जाएंगी। देश में कुछ हिस्सों में टमाटर 50 से 100 रुपये किलो बिक रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में टमाटर का भाव स्थिर है और जिन हिस्सों में इसकी कीमतें बढ़ी हैं, वहां बारिश होने की वजह से फसलें प्रभावित हुई हैं।
गेहूं व आटे की कीमतें बढ़ीं13 मई को निर्यात पर प्रतिबंध लगाकर सरकार ने गेहूं की कीमतें कम करने की कोशिश की थी लेकिन यह अभी भी महंगा होता जा रहा है। एक महीने में 28.75 से 29.57 रुपये पर पहुंच गया। इसी तरह गेहूं आटा का भाव 29.29 से बढ़कर 33.44 रुपये किलो हो गया। मूंग दाल 102.27 से 102.8 रुपये प्रति किलो जबकि मसूर दाल 96.40 से 96.83 रुपये पर पहुंच गई है।
पामतेल और सरसों के तेल की कीमतें घटींउपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक एक महीने में पाम तेल की कीमतें 157.69 रुपये लीटर से घटकर 155.94 रुपये हो गई हैं। सरसों के तेल का भाव 184.95 से घटकर 183.16 रुपये हो गया है।
• चाय की पत्ती 286.97 से कम होकर 284.21 रुपये और प्याज का दाम 24.16 से गिर कर 23.81 रुपये पर आ गया है। नमक 19.48 से 19.49 रुपये हो गया है।
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