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श्रद्धांजलि//Maharashtra/Mumbai :
छोटे परदे के सीरियल "ये जो है ज़िंदगी" से झुमरू का किरदार निभा कर बड़े परदे में फिल्म "लगान " में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर घर-घर में प्रसिद्ध हुए दिग्गज एक्टर जावेद खान अमरोही का निधन हो गया है। उनके निधन पर बॉलीवुड ने शोक जाहिर किया है। बता दें कि जावेद खान अमरोही को 2001 की फिल्म ‘लगान’ में बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर के अकादमी अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था।
सांस की बीमारी से जूझ रहे थे
बॉलीवुड एक्टर जावेद खान अमरोही का मंगलवार को निधन हो गया। जावेद ने तकरीबन 150 फिल्मों में काम करके अपनी खास जगह बनाई। अचानक उनके निधन से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई। जावेद एक साल से सांस की बीमारी से जूझ रहे थे और बेड पर थे। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें सांताक्रूज के सूर्या नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था, जहां उनके दोनों फेफड़े फेल हो गए और उनका निधन हो गया।
एक्टर अखिलेंद्र मिश्रा ने नुकसान पर शोक व्यक्त किया और फेसबुक पर पोस्ट शेयर करके इस बात की जानकारी दी है।
छोटे परदे से पहचान बनायी थी
उनको नुक्कड़ ,ये जो है ज़िंदगी जैसे धारावाहिकों के लिए भी जाना जाता है। नुक्कड़ में सफलता के बाद उन्हें गुलजार की ‘मिर्जा गालिब’ में एक फकीर की भूमिका निभाने का मौका मिला। दूरदर्शन की इन तीनों टीवी धारावाहिकों ने उनके करियर में काफी मदद की। टीवी में शुरुआत से पहले उन्होंने बॉलीवुड की फिल्मों में भी छोटी-छोटी भूमिकाएं निभाई हैं।
सिल्वर स्क्रीन पर एक साल पहले तक काम किया
फिल्मों में भी जावेद की उपस्थिति का अर्थ ही होता था कि ज़रूर वो किरदार कुछ ख़ास होगा। उनको राज कपूर की ‘सत्यम शिवम सुंदरम’, ‘वो सात दिन’, ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘नाखुदा’, ‘प्रेमरोग’ आदि में भी छोटी भूमिकाओं में देखा गया। जावेद खान अमरोही को साल 2001 में आई फिल्म ‘लगान’ में बेस्ट के अकादमी पुरस्कार के लिए नॉमिनेट किया गया था। इसके अलावा ‘अंदाज अपना-अपना’ और ‘चक दे इंडिया’ में भी उन्होंने काम करके तारीफें बटोरी थीं। कई फिल्मों में जावेद ने कैमियो किया था। अक्षय कुमार, परेश रावल और सुनील शेट्टी स्टारर फिल्म ‘फिर हेरा फेरी’ में जावेद ने एक पुलिस कॉन्स्टेबल की भूमिका निभाई थी और अपने वनलाइनर्स डायलॉग के लिए खूब फेमस हुए थे।
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