क्राइम //Jammu and Kashmir/Srinagar :
कश्मीरी पंडितों के लिए जम्मू-कश्मीर अब भी सुरक्षित नहीं है, वहां की धरती एक बार फिर खून से लाल होने लगी है। इस केंद्र शासित प्रदेश के शोपियां जिले में मंगलवार, 16 अगस्त को दो कश्मीरी पंडित भाइयों सुनील कुमार और पिंटू पर हमला किया गया। इस हमले में सुनील की मौके पर ही मौत हो गई और पिंटू घायल हो गये। दोनों कश्मीरी पंडित भाइयों पर हमला उस समय हुआ जब वे शोपियां जिले के चोटीपुरा में वे अपने सेब के एक बाग में काम कर रहे थे। हालांकि पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की है और वह हमलावर आतंकियों की तलाश कर रही है।
उल्लेखनीय है कि आतंकी कश्मीरी पंडितों और नॉन कश्मीरी लोगों को लगातार मार रहे हैं। घाटी के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी पंडितों और हिंदुओं की लक्षित हत्याओं की बढ़ती घटनाओं ने जहां घाटी लौटे कश्मीरी पंडितों में खौफ फैला है और वे फिर से घाटी छोड़ना चाहते हैं। समझा जा रहा है कि आतंकी कश्मीरी पंडितों में दहशत का माहौल फैलाने का प्रयास कर रहे हैं और इसी उद्देश्य से उन्होंने दोनों कश्मीरी पंडित भाइयों के सेब के बागान के अंदन ही उन्हें अपना निशाना बनाया।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों एक स्कूल में कश्मीर पंडित टीचर की हत्या हुई और फिर एक बैंक मैनेजर की हत्या की गई। इसके बाद से आतंकित कश्मीरी पंडित परिवार घाटी छोड़ने को विवश होने लगे थे। उनका पलायन शुरू हो गया था कि सरकार ने उन्हें सुरक्षा देने की बात कहते हुए रोक लिया। कश्मीरी पंडित एक्टिविस्ट अशोक पंडित ने कहा कि बीते 90 दिनों से कई कश्मीरी पंडित परिवार कश्मीर में धरने पर बैठे हैं, वे सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग है कि कश्मीर में हालात ठीक किए जाएं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
ध्यान दिला दें कि केंद्र सरकार की ओर से संसद में केंद्र सरकार की ओर से बताया गया था कि जम्मू-कश्मीर में 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने के बाद 118 आम नागरिक मारे गए हैं, जिनमें पांच कश्मीरी पंडित और 16 अन्य हिन्दू व सिख समुदाय के थे। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने यह भी बताया कि जम्मू एवं कश्मीर सरकार के विभिन्न विभागों में 5502 कश्मीरी पंडितों को सरकारी नौकरी दी गई है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 के दौरान कोई भी कश्मीरी पंडित कश्मीर घाटी छोड़कर नहीं गया है। अभी घाटी में रहने वाले कश्मीरी पंडितों की संख्या 6,514 है।
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