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इस बार क्रिकेट नहीं, ओमान में अत्याचार सहने को मजबूर भारत की बेटी की मदद में काम आये भज्जी

राजनीति

इस बार क्रिकेट नहीं, ओमान में अत्याचार सहने को मजबूर भारत की बेटी की मदद में काम आये भज्जी

राजनीति//Delhi/New Delhi :

क्रिकेट के मैदान में भारत को संकट से निकालने के अनेक कारनामे करने वाले सांसद हरभजन सिंह उर्फ भज्जी ने हाल ही में ओमान में बंधक बनाई गई भारत की एक बेटी को बचाने में बड़ी भूमिका निभाई है। आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य सिंह ने बठिंडा की रहने वाली 21 साल की कमलजीत कौर को बचाने में ओमान स्थित भारतीय दूतावास के साथ मिलकर बहुत अहम भूमिका अदा की। लडक़ी को उसके नियोक्ता ने अवैध तरीके से बंधक बना रखा था। उसका पासपोर्ट और सिमकार्ड भी जब्त कर रखा था ।
बठिंडा में अपने पैतृक गांव बरकंडी पहुंची कमलजीत और उसके पिता सिकंदर सिंह ने बताया कि किस तरह पंजाब में यात्रा और प्लेसमेंट एजेंट बेहतर भविष्य का वादा कर गरीबों का खून चूस रहे हैं। कमलजीत को ओमान में एक भारतीय परिवार में काम करने के लिए भेजने का वादा किया गया था, लेकिन उसे हवाई अड्डे से सीधे किसी दफ्तर ले जाया गया।
कमलजीत ने विस्तार से आपबीती बयां करते हुए बताया कि उसे बुरका पहनने और अरबी सीखने को मजबूर किया गया। उसने बताया कि जहां उसे काम करने के लिए ले जाया गया, वह किसी भारतीय परिवार का घर नहीं बल्कि कोई दफ्तर था। हालांकि उसने साहस दिखाया और अपने परिवार से बात करने के लिए नया सिमकार्ड खरीदा। उसने अपने पिता को सारी बात बता दी।
उसके पिता सिकंदर ने जब स्थानीय एजेंट जगसीर से संपर्क किया तो उसने उन्हें धमकाते हुए बेटी का पासपोर्ट छोडऩे के लिए ढाई लाख रुपये मांगे। इसके बाद उन्होंने एक स्थानीय आप नेता हरभजन सिंह से संपर्क साधा, जिसके बाद अंतत: उनकी बेटी सुरक्षित लौट आई। उन्होंने कहा कि हरभजन सिंह ने उनकी बेटी को छुड़ाने में बहुत मदद की।


 

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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