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तिहाड़ में जाल वाला जुगाड़: मोबाइल छोड़ो, सुई तक नहीं पहुंचा सकते अंदर 

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तिहाड़ में जाल वाला जुगाड़: मोबाइल छोड़ो, सुई तक नहीं पहुंचा सकते अंदर 

क्राइम //Delhi/New Delhi :

देश की सबसे सुरक्षित जेल तिहाड़ में बंद गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की जिस तरह से घेरकर चार बदमाशों ने हत्या की, उसके बाद फिर से गैंगवॉर छिड़ने का खतरा पैदा हो गया है। ऐसे में जेल प्रशासन ने आसमान से एंट्री रोकने के लिए बर्ड नेट लगा दिया है।

फिल्म शोले में जेलर बने असरानी का वो मशहूर संवाद तो आपको याद ही होगा, हमारी जेल में परिंदा भी पर नहीं मार सकता। अब तिहाड़ जेल का प्रशासन भी कुछ ऐसा ही मानकर चल रहा है। जी हां, जेल के आसमान में ‘चादर’ ओढ़ा दी गई है। 
जेल के अंदर रेलिंग तोड़कर पिछले दिनों सरिये का चाकू बनाकर जिस तरह से तिहाड़ में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या हुई थी, उससे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए थे। क्यों, कैसे का जवाब देते नहीं बना। ऐसे में अब तिहाड़ में सुरक्षा में कई स्तर पर बदलाव किए जा रहे हैं। इनमें से एक नेट का जाल भी है।
दरअसल, सुरक्षा चाक-चैबंद करने के लिए तिहाड़ जेल परिसर के खुले आसमान के ऊपर एक नेट लगा दिया गया है। मतलब न तो नीचे से कुछ ऊपर जा सकेगा और न कुछ ऊपर से नीचे गिर सकेगा। प्रशासन की सबसे बड़ी टेंशन जेल में सेलफोन का पाया जाना है। आशंका जताई जा रही थी कि बाहर से सेलफोन फेंका जाता होगा। अब नेट लगने से कुछ भी आसमान से नहीं गिर सकेगा। अगर फोन आया भी तो बर्ड नेट में फंस जाएगा। इसी तरह से ड्रग्स की सप्लाई भी रोकी जा सकेगी।
पक्षी तक की एंट्री नहीं
तस्वीरों से पता चलता है कि एक बिल्डिंग के ऊपरी हिस्से से दूसरी बिल्डिंग के ऊपरी हिस्से को नेट से जोड़ा गया है। मतलब नेट वाले इलाके में अब कोई पक्षी भी पेड़ नहीं बैठ सकेगा। बर्ड नेट लगाए जाने से एक सेल से दूसरे सेल में मोबाइल या ड्रग्स फेंकने की घटना से बचा जा सकेगा। हालांकि यह कितना कामयाब होगा, आने वाला वक्त बताएगा।
गैंगवाॅर का खतरा मंडरा रहा
तिहाड़ प्रशासन को डर है कि टिल्लू की हत्या के बाद गैंगवॉर शुरू हो सकती है। ऐसे में जेल में क्विक रिस्पांस टीम तैनात की गई है। इसमें तमिलनाडु स्पेशल पुलिस, दिल्ली जेल स्टाफ के अलावा अर्धसैनिक बल के जवान शामिल होंगे। 19 दिनों के अंदर तिहाड़ में दो हत्याएं हुई थीं। चार बदमाश नुकीले हथियार से जिस तरह टिल्लू की हत्या कर रहे थे, वीडियो में पूरे देश ने देखा। अब अगर कोई घटना होती है तो जल्दी से क्यूआरटी के जवान वहां पहुंच सकेंगे।

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Jyoti Bala

By News Thikhana

Senior Sub Editor

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