मुक्केबाजी की प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम
स्पोर्ट्स/बॉक्सिंग/Delhi/New Delhi :
विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आगाज गुरुवार यानी कि 16 मार्च से भारत में हो चुका है। दिग्गज मुक्केबाज मैरी कॉम की अनुपस्थिति में निकहत जरीन और लवलीना बोरगोहेन भारत की 12 सदस्यीय टीम की अगुआई करती नजर आएंगी। यह तीसरी बार है जब भारत विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी कर रहा हैं।
राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक हासिल कर चुकी स्टार मुक्केबाज निकहत अच्छे फॉर्म में चल रही हैं। इस चैंपियनशिप के लिए उन्होंने अपना वजन वर्ग 52 किग्रा से घटाकर 50 किग्रा कर रही हैं। इसी किग्रा वर्ग में उन्होंने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण जीता था।
वहीं दूसरी ओर लवलीना ने अपने वजन वर्ग में बढोतरी की हैं। लवलीना ने 69 किग्रा वेल्टरवेट वर्ग से अपना वजन बढ़ाकर 75 किग्रा मिडिलवेट वर्ग में किया है। जिसकी वजह 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए उनके दोनों पसंदीदा वजन वर्ग को हटना हैं।अपने प्रतिद्वंदियों से कड़े मुकाबले की तैयारियों में जुटी लवलीना ने कहा, ‘‘मेरे मुक्कों की ताकत में सुधार पर ध्यान दिया जा रहा है क्योंकि मेरे विरोधी 69 किग्रा वर्ग के मुकाबले ज्यादा मजबूत होंगे।’’
दोनों ही मुक्केबाज आगामी पेरिस ओलंपिक में जगह बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी। विश्व चैंपियनशिप में दोनों को कुछ कड़े मुकाबलों का सामना करना पड़ेगा।
इन दोनों के अलावा नीतू घंघास, मनीषा मोन, साक्षी चौधरी, प्रीति, शशि चोपड़ा और सनामचा चानू से भी भारत जीत की उम्मीदें होंगी। गौरतलब है कि नीतू घंघास ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण अपने नाम किया था। जबकि मनीषा मोन ने पिछले सत्र में कांस्य पदक हासिल किया था।
भारतीय टीम इस प्रकार है: नीतू घंघास (48 किग्रा), निकहत जरीन (50 किग्रा), साक्षी चौधरी (52 किग्रा), प्रीति (54 किग्रा), मनीषा मोन (57 किग्रा), जैसमीन लम्बोरिया (60 किग्रा), शशि चोपड़ा (63 किग्रा), मंजू बम्बोरिया (66 किग्रा), सनामचा चानू (70 किग्रा), लवलीना बोरगोहेन (75 किग्रा), स्वीटी बूरा (81 किग्रा) और नुपुर श्योराण (81 किग्रा से अधिक)।
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