//Haryana/Gurugram :
समाजवादी पार्टी के संरक्षक, पूर्व रक्षा मंत्री और उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव (82 वर्षीय) का सोमवार, 10 अक्टूबर को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वे लंबे समय से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती थी। कुश्ती-पहलवानी के शौकीन रहे मुलायम सिंह को देश की राजनीति में बड़ा नेता माना जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अनेक नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है और इसे अपूर्णीय क्षति बताया है।
मुलायम सिंह यादव का पार्थिव शरीर आज ही गुरुग्राम से सैंफई ले जाया जाएगा और वहीं उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इस दुखद खबर के बाद उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि मुलायम सिंह को सांस ज्यादा दिक्कत होने पर मेदांता अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। अस्पताल में मुलायम सिंह की निगरानी स्वयं मेदांता समूह के निदेशक डॉ. नरेश त्रेहन कर रहे थे। हालांकि हालत बिगड़ने के बाद उनका जीवन नहीं बचाया जा सका और मुलायम ने सुबह 8.16 पर आखिरी सांस ली। जब से मुलायम सिंह यादव अस्पताल में भर्ती हुए थे तब से लगातार उनके समर्थक और प्रशंसक उनकी बेहतर सेहत के लिए पूजा-प्रार्थना कर रहे थे।
छह दशक की सक्रिय राजनीति
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई में हुआ और उन्होंने करीब छह दशक तक सक्रिय राजनीति में हिस्सा लिया। वे अनेक बार त्तर प्रदेश विधानसभा और विधान परिषद के सदस्य रहे। इसके अलावा वे ग्यारहवीं, बारहवीं, तेरहवीं और पंद्रहवीं लोकसभा के सदस्य भी रहे। मुलायम सिंह यादव 1967, 1974, 1977, 1985, 1989, 1991, 1993 और 1996 में उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। वे 1982 से 1985 तक यूपी विधानसभा के सदस्य भी रहे।
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