राजनीति//Delhi/New Delhi :
कांग्रेस के आरोपों के बीच आरक्षण पर आरएसएस की ओर से साफ संदेश दिया गया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संघ परिवार ने कुछ समूहों को आरक्षण देने का कभी विरोध नहीं किया है। एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा कि संघ का मानना है कि आरक्षण तब तक दिया जाना चाहिए जब तक कि इसकी जरूरत है।
आरक्षण को खत्म करने के आरोपों के बीच आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने बड़ा बयान दिया। भागवत ने घोषणा की कि संघ परिवार ने कभी भी कुछ खास समूहों को दिए जाने वाले आरक्षण का विरोध नहीं किया है। उन्होंने हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम में कहा कि संघ का मानना है कि जब तक जरूरत हो, आरक्षण को जारी रखा जाना चाहिए। विपक्ष की ओर से लगातार आरोप लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार अपने तीसरे टर्म में आरक्षण को खत्म कर देगी।
क्या बोले डाॅ. मोहन भागवत
हैदराबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि संघ परिवार ने कुछ समूहों को आरक्षण देने का कभी विरोध नहीं किया है। संघ का मानना है कि आरक्षण तब तक दिया जाना चाहिए जब तक कि इसकी जरूरत है। आरएसएस प्रमुख भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखाई न देता हो।
400 पार का है लक्ष्य
बता दें कि आरएसएस, भाजपा का विचारधारा का मार्गदर्शक है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में क्रमशः 282 सीटें और 303 सीटें जीतने के बाद, भाजपा इस चुनाव में लगातार तीसरी बार बहुमत हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार 543 सदस्यीय लोकसभा में अकेले भाजपा के लिए 370 से अधिक सीटों और पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के लिए 400 से अधिक सीटों का आह्वान किया है।
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